अलंकार सम्प्रदाय वाक्य
उच्चारण: [ alenkaar semperdaay ]
उदाहरण वाक्य
- अलंकार सम्प्रदाय-आचार्य भामह, उद्भट और रूद्रट।
- २. अलंकार सम्प्रदाय-पण्डितराज जगन्नाथ, विश्वेश्वर पण्डित आदि आचार्य।
- रस सम्प्रदाय हो या अलंकार सम्प्रदाय, रीति सम्प्रदाय हो या वक्रोक्ति सम्प्रदाय-सभी आस्था के आधार पर ही टिके हुए हैं।
- इस काल में काव्यशास्त्र मुख्य चार वाद या सम्प्रदाय-अलंकार सम्प्रदाय, रीति सम्प्रदाय, रस सम्प्रदाय और ध्वनि सम्प्रदाय के मूल ग्रंथों का प्रणयन हुआ।
- यही कारण है कि भारतीय काव्यशास्त्र में कई सम्प्रदायों और सिद्धान्तों का जन्म हुआ, यथा-अलंकार सम्प्रदाय, रीति सम्प्रदाय, रस सम्प्रदाय, ध्वनि सम्प्रदाय, वक्रोक्ति सम्प्रदाय और औचित्य सम्प्रदाय।